Saturday, May 4th, 2024

राजधानी में ढाई करोड़ रुपये की लागत से बनेगा हर्बल गार्डन

भोपाल
प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज में ढाई करोड़ रुपये की लागत से एक हर्बल गार्डन तैयार किया जाएगा। कलियासोत डैम के किनारे यह गार्डन विकसित किया जाएगा। पिछले साल कॉलेज की स्वशासी समिति की बैठक में प्रस्ताव पास कर मंजूरी के लिए इसे भारत सरकार को भेजा गया था। कॉलेज के अधिकारियों ने बताया गार्डन तैयार करने की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। यह प्रदेश का सबसे बड़ा हर्बल गार्डन होगा। इस साल बारिश के मौसम में यहां पर औषधीय पौधे लगाने का काम शुरू हो जाएगा।

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने बताया ज्यादा से ज्यादा औषधीय पौधे यहां पर लगाए जाएंगे। एक तरह के गुण वाले पौधे एक ओर लगाए जाएंगे। गार्डन में ही पत्तियों से रस व फलों से जूस निकालने के लिए एक यूनिट बनाई जाएगी, ताकि मरीज वहां पहुंचकर पत्तियों का ताजा रस पी सकें। मसलन किसी मरीज को गिलोय की पत्तियों का रस पीने की सलाह चिकित्सक देते हैं। कई घरों गिलोय लगा भी होता है, लेकिन पत्तियों से रस निकालना आसान नहीं होता। लिहाजा, मरीजों को अब आसानी से यह चीजें मिल पाएंगी। उनकी सेहत के लिए भी यह ज्यादा गुणकारी रहेगा।

उन्होंने आगे बताया कि गार्डन में तुलसी, गिलोय, चिरायता, आंवला, अश्वगंधा, मुलेठी, एलोबेरा जैसे औषधीय पौधे बड़ी संख्‍या में लगाए जाएंगे। इनसे निकलने वाली जड़ी-बूटियों का उपयोग कॉलेज में ही दवाएं बनाने के लिए किया जाएगा। इससे मरीजों को अच्छी गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। कुछ औषधीय पौधों से साल भर के भीतर औषधीय सामग्री मिलने लगेगी। बड़े पौधों को तैयार करने में समय लगेगा।

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